Why complain about life


Friends, it is said that with great difficulty we get human birth, despite this we have many complaints from this life, why… I have seen that despite the availability of good job, business, better lifestyle and many resources, we keep complaining. unknowingly, but due to this habit, we leave those happy moments of life with which we can embrace happiness





You will agree with me, but your question will be, what to do in this way

To answer such questions, I have started writing this blog, friends, you will be surprised to know that millions of people yearn to live the life we ​​complain about… the only difference is our thinking, life in the hustle and bustle of always seeking new we forget the joy that is around us like talking to our family, playing with children, gossiping with friends and communicating with nature's resources…



These are the things that happen around us but we are not able to keep the price of these precious antlers, we get to know the value of them when we either get away from them or lose them, then my friends, I think in each of my blogs, I will tell you how happiness is scattered around us, only need is to cover them with strength, so let's start our journey of happiness with my blog

First of all, stop complaining about life because God has given you a wonderful life, think about what you have, write them in a paper or diary, like good family, job, business, friend and then write What do you want to achieve such as a big car, house, land or expensive jewellery. After making this list, you will find that you already have the necessary resources to be happy in life,

So, friends,  keeping the mobile on the side for a while,  communicate with your family get to know their experiences with the guidance of elders, enjoy playing with little ones, watching the rising sun or sitting in the shade of a tree Thank to God that they have given you a good life, from today onwards we are determined that we will be happy and will share happiness in people also, because the things which are distributed in life, they come back again, be that happiness or complaint…


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हिंदी अनुवाद -
 जीवन से शिकायत क्‍यों

दोस्‍तों कहा जाता है कि बड़ी मुश्किल से हमें मानव जन्‍म मिलता है, इसके बावजूद हमें इस जीवन से कई शिकायतें रहती हैं, ऐसा क्‍यों मैंने देखा है कि अच्‍छी नौकरी, कारोबार, बेहतर जीवनशैली और कई संसाधनों की उपलब्‍धता के बावजूद भी हम जीवन से शिकायत करते रहते हैं, अनजाने में ही लेकिन इस आदत के कारण हम जीवन के उन आनंद भरे पलों को छोड़ देते हैं, जिनसे हम खुशियां समेट सकते हैं          

  

आप मेरी बात से सहमत तो होंगे लेकिन आपका सवाल होगा कि ऐसे में करें क्‍या

ऐसे ही सवालों के जवाब के लिए मैंने यह ब्‍लॉग लिखना शुरू किया है, दोस्‍तों आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस जीवन को लेकर हम शिकायत करते रहते हैं वैसा ही जीवन जीने के लिए लाखों लोग तरसते हैं… सिर्फ फर्क है हमारी सोच का, जीवन की भागदौड़ और हमेशा नया पाने की चाहत में हम उस आनंद को भूल ही जाते हैं जो हमारे आसपास हैा जैसे हमारे परिवार से बातचि‍त, बच्‍चों के साथ खेलना, दोस्‍तों से गपशप और प्रकृति के संसाधनों से संवाद यह ऐसी चीजें हैं जो हमारे आसपास होती हैं लेकिन हम इन बहुमूल्‍य धरोधरों की कीमत नहीं रख पाते, हमें इनकी कीमत का अंदाजा तब होता है जब हम या तो इनसे दूर हो जाएं या फिर इन्‍हें खो दें, तो दोस्‍तों जुडि़ए मेरे विचारों से, मैं अपने हर ब्‍लॉग में आपको बताउंगा कि किस तरह खुशियां हमारे आसपास बिखरी हुई हैं, सिर्फ जरूरत है उन्‍हें शिद्दत से समेटने कीा तो चलिए शुरू करते हैं अपनी खुशियों के सफर को मेरे ब्‍लॉग के साथ…

सबसे पहले आप जीवन से शिकायत करना छोड़ दीजिए क्‍यों कि ईश्‍वर ने आपको एक बेहतरीन जीवन दिया है, आप सोचें आपके पास क्‍या-क्‍या है, उन्‍हें एक कागज या डायरी में लिखें, जैसे अच्‍छा परिवार, नौकरी, कारोबार, दोस्‍त और फिर लिखें की आप हासिल क्‍या करना चाहते हैं जैसे बड़ी कार, मकान, जमीन या महंगे गहनेा इस सूची को बनाने के बाद आप पाएंगे कि जीवन में खुश रहने के लिए जरूरी संसाधन तो आपके पास पहले ही मौजूद हैं, इसलिए दोस्‍तों आइए, छोडि़ए फीक्र और थोड़ी देर के लिए मोबाइल को साइड में रखकर अपने परिवार से संवाद करें, बड़ों के मागदर्शन से उनके अनुभव जानें, छोटों के साथ खेलकर आनंद उठाएं, उगते हुए सूर्य को देखकर या किसी पेड़ की छांव में बैठकर धन्‍यवाद दें ईश्‍वर का कि उन्‍होंने आपको एक अच्‍छा जीवन दिया है, आज से हम ठान लेते हैं कि हम खुश रहेंगे और लोगों में भी खुशियां बाटेंगे, क्‍यों कि जो जीवन में जो चीजें बांटी जाती हैं वही वापस आती हैं फिर वह खुशियां हों या शिकायत




टिप्पणियाँ

  1. सुमित जी बहुत ही बढ़िया संवाद आपका एक प्रेरणादायक और मार्गदर्शक सभी के जीवन में होगा आप कोशिश करते रहो हम आपके साथ हैं

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  2. बहुत अच्छा विचार और प्रयास है मेरी अनंत शुभकामनाएं।

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  3. पहले तो आपको बहुत-बहुत बधाई जो आपने अपने परिवार समाज दोस्तों के लिए यह ब्लॉग बनाया उससे हमें जोड़ा और निरंतर आप आगे भी अच्छे-अच्छे टिप्स परिवार मित्रों जनों को सुझाव देते रहेंगे ऐसी ईश्वर से कामना करता हूं बहुत-बहुत धन्यवाद और बहुत-बहुत आभार आपका

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  4. सर्वप्रथम आपको इस नए और सराहनीय कदम के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं...
    आपको लगातार आगे बढ़ते देख एक सुकून मिलता है और ये सीख भी की अगर किसी लक्ष्य को पाने के लिए पूरी शिद्दत और लगन से मेहनत करते रहो तो मंजिल अवश्य मिलती है ।
    मुझे पूरी उम्मीद हैं की किसी दिन आपको इतना ऊंचा मुकाम मिलेगा की हम सब आपको टीवी पर देख कर और आपके बारे में अखबारों में पड़ कर गर्व से ये कह सकेंगे की ये सुमित जी हमें भी जानते हैं और एक दौर में हम साथ में कार्य किया करते थे...
    आपके उज्जवल भविष्य की अनंत शुभकामनाओं सहित आपका....
    नवनीत यादव

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  5. बिल्कुल सत्य कहा आपने हम ईश्वर द्वारा दी गये अनमोल खजाने को भूल जाते हैं जो हमारे पास है उसके लिए करोड़ों लोग परेशान हैं हम सब जैसे हैं उसी मे खुश रहे

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  6. भाई बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं बहुत ही अच्छे विचार जीवन के अपने बताए हैं ऐसे ही आप प्रेरणा स्रोत विचार हम लोगों से साझा करते रहे

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  7. अद्धभुत छू गई मन को। हर चार लोगों मे तीन की स्थिति यही है।

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  8. बहुत शानदार बात लिखी है सुमित भाई
    ऐसे ही आप आगे और भी लिखते रहे यही आशा करते है ईश्वर से....।🙏🙏😊😊

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  9. जीवन जीने का सबसे आसान सूत्र यही है मग़र इसमें सबसे ज़्यादा आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है ।

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  10. जय श्री दादाजी की श्रजन करना ही प्रकृति को आरंभ कराना उस को आगे बढ़ाना उसका विस्तार है अगर अपने मन में कुछ विचार आया तो उन्हें सार्थकता प्रदान करना नितांत आवश्यक होना चाहिए आपका यह कार्य आपका यह लेख लेख बहुत ही शानदार लगा बहुत-बहुत धन्यवाद

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  11. Awasthi ji Aapaki Lekhani ke Prabhav Se Hum Pahale se Ru-b-Ru he jisane Hame Nit Nai Khabar aur Jankari di he ,lekin Aapaka Blog Lekhana Ka Tarika Hamare Jeevan ,Jeevan Shaily me Parivartan Jarur Layega.

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  12. Awasthi ji Aapaki Lekhani ke Prabhav Se Hum Pahale se Ru-b-Ru he jisane Hame Nit Nai Khabar aur Jankari di he ,lekin Aapaka Blog Lekhana Ka Tarika Hamare Jeevan ,Jeevan Shaily me Parivartan Jarur Layega.

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  13. सवांद स्थापित कर संबंधों को बनाए रखने का नायाब तरीका है यह

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  14. शानदार प्रयास...💐💐👌👌 शुभकामनाएं भईया

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  15. हम तो हर हाल में खुश रहते है, खुशियां न भी हो तो खुश रहना आदत बना लिया है। सुमित भाई शानदार विचार है, शेयर करते रहिए।

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  16. शानदार प्रयास शुभकामनाएं अवस्थी जी

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  17. सुमित भैया बधाई बढ़ा ही अच्छा अंदाज

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  18. मैं प्रतिदिन नमाज में खुदा का शुक्र अदा करता हूँ कि तूने मुझे माँ बाप का साया दिया , गुरु और उनकी शिक्षा दी, भाई बहन का प्यार रिश्तेदारों का सहयोग दिया ।
    ईश्वर के साथ कुदरत व उसके जर्रे जर्रे का भी धन्यवाद अदा करता हूँ ।

    मानता हूँ कि जो कुछ हूँ माता पिता व गुरुजनों की शिक्षा दीक्षा के कारण ही हूँ ।
    मुझे बनाने में समाज के प्रत्येक वर्ग किसान, मजदूर, डॉक्टर, इंजीनियर, सेना पुलिस आदि सभी का सहयोग रहा है ।

    इतना सब कुछ सोचता विचारता हूँ तो जिंदगी से कोई शिकायत नही रह जाती ।
    ईश्वर का दिया ये जीवन बड़ा मूल्यवान है ।

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