दिल और दिमाग की एक 'लय' है, तो सफलता 'तय' है
मेरा दिल करता है कि मैं यह काम करूं लेकिन मेरा दिमाग डिसिजन नहीं ले पा रहा , मैंने तो यह करने की ठान ली है लेकिन डर लग रहा है , अरे यार उस समय मैंने यह कर लिया होता तो आज मैं कहीं ओर होता… आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा या फिर खुद भी अनुभव किया होगा । ऐसा क्यों होता है कि अक्सर हमारा दिल कुछ करना चाहता है लेकिन हम वह काम कर नहीं पाते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे दिल और दिमाग की फ्रिक्वेंसी अलग-अलग है । अक्सर हमारे दिल की आवाज हमारे दिमाग की कसौटी पर खरी नहीं उतर पाती इसलिए हम कई काम नहीं कर पाते। जीवन में हमारी सफलता दिल व दिमाग के सामंजस्य पर निर्भर होती है , तो बस अपने दिल और दिमाग को एक लय पर ले आइये फिर जीत आपकी ही होगी । आपने एक गाना सुना होगा ' दिल तो बच्चा है जी ' यह बोल काफी हद तक वास्वकिता के करीब हैं , हमारे दिल की चाहत बिलकुल बच्चों की तरह होती हैं , जैसे बच्चों को नए-नए खिलौने चाहिए , उसी तरह हमें भी जीवन में नई-नई चीजें चाहिए लेकिन हमारा दिमाग व्यवहारिकता , संसाधन , भविष्य और अन्य आयामों पर चीजों को परखता है । कई बार हम सिर्फ दिल की...