किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार…


आज आपाधापी के दौर में किसी के पास वक्‍त नहीं है, हर कोई अपने जीवन में व्‍यस्‍त है लेकिन कई बार परिस्थितियां ऐसी हो जाती हैं कि हमारा कोई अपना किसी मुश्किल, परेशानी या समस्‍या से घ‍िर जाता है या जीवन के किसी बहुत बुरे दौर से गुजर रहा होता है। बस यही वह समय होता है जब हमें अपनी सबसे महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेदारी निभाने को मिलती है और वह है किसी का दर्द उधार लेने, किसी की आंखों से आंसू चुराने, किसी के होठों पर मु‍स्‍कुराहट लाने और किसी से दिल का रिश्‍ता निभाने की। अगर आप के दिल में किसी के प्रति संवेदना हैं और आप बुरे वक्‍त में उसके साथ खड़े हैं तो यकीन मानिए ईश्‍वर ने दुनिया की सबसे बड़ी शोहरत यानी इंसानियत से आपको नवाजा है।

हर सुबह सूरज निकलता है यह बताने के लिए कि बांटने से उजाने कम नहीं होते, पेड़ों से निकलती ऑक्सिजन हवा में घूलने से खत्‍म नहीं होती और नदियों में बहता जल निकालने पर वह सूखती नहीं। बस इसी तरह हमारा जीवन है अगर आपके पास अच्‍छे विचार हैं, सद्रभावना है, ज्ञान है या प्रेरणाएं हैं तो इन्‍हें बांटते रह‍िए यह आपके पास से कभी खत्‍म नहीं होंगे, बल्कि यह बहते पानी की तरह हमेशा निर्मल रहेंगे। अगर आप इन्‍हें सिर्फ स्‍वयं के लिए संग्रहित करके रखना चाहेंगे तो यह ठहरे पानी की तरह बदबू मारने लगेंगे और वक्‍त पड़ने पर आपके भी काम नहीं आएंगे।

आप अपने परिवार, व्‍यापार या नौकरी में कितने ही व्‍यस्‍त हों लेकिन अगर आपका कोई अपना बुरे दौर से गुजर रहा है तो उसके लिए समय निकालें, उसे अपनी प्राथमिकता बनाएं क्‍योंकि मौजूदा दौर में किसी को आप अगर कोई सबसे महत्‍वपूर्ण चीज दे सकते हैं तो वह है आपका वक्‍त। आज हर व्‍यक्ति के पास उसकी आजीविका का साधन है, जीवन यापन के लिए संसाधन हैं, अपने भविष्‍य को लेकर योजनाएं हैं। अगर नहीं है तो वह इंसान जिसे गले लगाकर वह रो सके, वह हाथ जिसे थामकर वह संभल सके, वह विचार जिसे सुनकर वह संबल हासिल कर सके और वह विश्‍वास जो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सके, बुरे वक्‍त में किसी अपने से विचार साझा करना, उसे संबल देना, उसमें विश्‍वास जगाना और उसके साथ खड़े रहना ही उसके लिए संजीवनी है जो उसे नया जीवन दे जाएगी।

अगर आप यह सोचते हैं कि किसी को दिया गया महत्‍वपूर्ण समय वेस्‍ट हो जाता है तो आप गलत हैं क्‍योंकि यह वक्‍त का ऐसा इनवेस्‍ट है जिसकी इंट्री सीधे परमात्‍मा की बैंक में होती है और वहां का ट्रांजेक्‍शन इतना परफेक्‍ट है कि आपको जरूरत पड़ने पर यह वक्‍त, विचार, प्रेम और संबल जरूर वापस मिलेगा। भले ही उसका माध्‍यम बदल जाए। यह बिलकुल उस तरह है जैसे आप किसी बैंक में पैसा जमा करते हैं और जरूरत पड़ने पर किसी दूसरी ब्रांच या एटीएम से भी यह पैसा निकाल लेते हैं। ठीक उसी तरह परमात्‍मा की बैंक में जमा किया गया इंसानियत वाला वक्‍त, विचार, प्रेम और संबल आपको वापस मिलता है। भले ही आपने जिसे यह सब दिया था वह व्‍यक्ति बदल जाए लेकिन कोई न कोई आपके कंधे पर हाथ रखकर जरूर कहेगा कि मैं तेरे साथ हूं।

                        ऐसे निभाएं अपनों का साथ

अगर कोई अपने जीवन में बहुत खुश है तो उसके आमंत्रण के बिना उसके पास मत जाईये लेकिन अगर कोई दुखी है तो उसके कॉल का इंतजार भी मत कीजिए, तुरंत उसके पास पहुंच जाईये।

बुरे वक्‍त में हर इंसान चाहता है कि वह विचारों को साझा कर सके लेकिन वह कहता है कि मुझे अकेला छोड़ दो, ऐसे में उसके साथ खड़े रहिए, भले संवाद न भी हो सके लेकिन उसके कंधे पर हाथ जरूर हो।

कुछ वक्‍त बाद वह आपसे विचार जरूर साझा करेगा, सबसे महत्‍वपूर्ण है उस दर्द से संबंध‍ित विचारों को उसके मन से बाहर लाना, उसे अपने कंधे पर सिर रखकर रोने देना और उसके साथ बने रहना।

उसकी परिस्थिति को समझने का दावा कभी मत कीजिए, क्‍योंकि दर्द जिस पर बितता है उस दर्द को वही समझ सकता है और हर दर्द की पीड़ा की सीमाएं अलग-अगल होती हैं।

आप किसी के दर्द को खत्‍म नहीं कर सकते सिर्फ उसे बांट सकते हैं, जैसे खुशियां बांटने से बढ़ती हैं वैसे ही दर्द बांटने से कम हो जाता है समय निकालकर उसे किसी पुराने समय की अच्‍छी यादों में ले जाएं, उसे भविष्‍य के प्रति विश्‍वास दिलाएं।

धीरे-धीरे आप पाएंगे कि वह व्‍यक्ति जिंदगी में आगे बढ़ने लगेगा और यह पल जितने उसे व्‍यक्ति के जीवन में महत्‍वपूर्ण होंगे उससे कहीं ज्‍यादा आपके रिश्‍ते की मजबूती को बयां करेंगे।

अगर ईश्‍वर ने आपको किसी की आंखों से आंसू चुराने, किसी के होठों मुस्‍कुराहट लाने, किसी का दर्द उधार लेने या किसी से सच्‍चे दिल से रिश्‍ता निभाने का अवसर दिया है तो आपके पास इस कायनात की सबसे महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेदारी है। आपका भी कोई अपना अगर आज बुरे वक्‍त में है तो सबकुछ भूलकर सबसे पहले उसे कॉल कीजिए और उसे कहिए कि मैं तेरे साथ हूं। अगर किसी ने बुरे वक्‍त में आपका साथ दिया है तो उससे भी कहिए कि हम कभी तेरा साथ नहीं छोड़ेंगे। यकीन मानिए इससे बड़ा सूकुन आपको किसी काम को करने से नहीं मिल सकता।

                        खुश रह‍िएस्‍वस्‍थ रहिएविचारों की इस कलात्‍मक दुनिया में मेरे साथ बने रहिए …………… आपका सुमित

 

टिप्पणियाँ

  1. बहुत अच्छा विचार है सुमित इसीलिये कहते है-
    बुरे वक्त में कंधे पर रखा हुआ हाथ, कामयाबी पर तालियों से ज्यादा कीमती होता है!

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं

मेरे जीवन का सबसे बड़ा तोहफा: "आप"

जीवन का प्रबंधन सीखाता है श्रीराम का चरित्र