क्या आप करना चाहते हैं खुद को रि-डिस्कवर

 


हम सब जिंदगी में कामयाब बनना चाहते है, आगे बढ़ना चाहते है और इसके लिए सफल लोगों कार्यों को फॉलो भी करते हैं, पर क्या आपने कभी गौर किया है कि अधिकांश कामयाब लोगों के जीवन में एक चीज कॉमन है और वह हैं ट्रेवल यानी पर्यटन। जी हां हर सफल इंसान ने जीवन में खूब ट्रेवल किया होता है। तभी वह हर तरह के लोगों से कम्युनिकेट कर पाता है, अलग-अलग  परिस्थितियों में निर्णय ले पाता है और खुद को बेहतर ढंग से डिस्कवर कर पाता है। तो अगर आप भी खुद को रि-डिस्कवर करना चाहते हैं और अपनी जिंदगी को सुहाना बनाना चाहते हैं तो टूरिज्म से कीजिए दोस्ती और सफर पर निकल जाइये।

दुनिया में जो भी महान बना उसने सफर जरूर किया है। अगर त्रेता युग में श्रीराम की बात करें तो वह किसी एक वन में रहकर भी वनवास पूरा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऋषियों के आश्रम जाकर आशीर्वाद और प्रेरणाएं लीं, वनवासियों की समस्या जानी, भेदभाव मिटाये और विकट परिस्थिति आने पर रावण का वध भी किया। इन्हीं अनुभव के आधार पर उन्होंने राम राज्य की स्थापना की। इसी तरह द्वापर युग में श्री कृष्ण ने भी भ्रमण किया, इसी दौरान उन्हें बेहतर विकल्प नजर आया और उन्होंने मथुरा से अपने राज्य को द्वारका में स्थापित किया। अब कलयुग में आदिगुरु शांकराचार्य हों या स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी हों से लेकर नरेंद्र मोदी सभी ने खूब भ्रमण किया और अनुभव लिये, परिस्थितियों को समझा और उन्हें जीवन में उतारकार महान बने। अगर गहराई में समझा जाए तो हर महान व्यक्ति ने टूरिज्म से दोस्ती कर खुद को रि-डिस्कवर किया। अलग-अलग समाज, भाषा, खानपान, जलवायु, परंपरा और लोगों के रहन-सहन को जानकर इन्होंने खुद में जरूरी परिवर्तन किए और लोगों तक बेहतर ढंग से अपने संदेश को पहुंचा भी पाए।

हम सभी आज के दौर में एक रूटीन लाइफ जी रहे हैं। किसी को ऑफिस की चिंता है तो किसी को व्यापार की। ऐसे में हमारा दिमाग कुछ बातों में उलझ कर रह जाता है। पर्यटन हमारे दिमाग को खोलता है, हमें नई ऊर्जा देता है, स्ट्रेस से हमें दूर करता है और एक सामाजिक जीवन में हमें वापस लौटाता है। सही मायनों में टूरिज्म यानी पर्यटन आप की ग्रोथ करता है, आप में कॉन्फिडेंस का विकास होता है, आप में कम्युनिकेशन की कला विकसित होती है और आप अलग-अलग परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं। इसके साथ ही आपके लिए एक सुनहरी यादों का खजाना जुड़ जाता है जो जिंदगी भर के लिए एक अनमोल मेमोरी है।

 जिंदगी को बनाइये सुहाना सफर

👉🏻 अपनी रूटीन लाइफ से ब्रेक लेने के लिए योजना बनाएं। कोशिश करें कि महीने में एक बार दो-तीन दिन का ब्रेक ले सकें। अगर संभव नहीं हो तो दो-तीन महीनों में एक बार यह ब्रेक जरूर लें। 

👉🏻 जरूरी नहीं कि आप हमेशा बहुत लंबे ट्रिप प्लान करें, जिसमें हफ्ते 10 दिन से ज्यादा समय लगे या टूर बहुत दूर जाने का हो। बल्कि जरूरी है कि आप नियमित ब्रेक लेते रहें और छोटे-छोटे ट्रिप बनाते रहे।

👉🏻 भारत विश्व की एकमात्र ऐसी जगह है जहां आपको पर्वतों से लेकर समुद्र तक और हरियाली से लेकर इतिहास तक हर चीज की झलक मिल जाएगी।

👉🏻 आप जिस भी चीज में शौक रखते हैं अपने धर्म को जानने या ईश्वर के दर्शन करने में, पौराणिक महत्व को समझने में, इतिहास को जानने में या पर्यावरण में खोने में, बर्फ के पहाड़ों या समुद्र को देखने में। उसके अनुसार अपनी प्राथमिकता तय करें और 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन के टूर योजना समझकर रखें। जब भी समय मिले उस और निकल जाएं।

👉🏻 आप अपने परिवार, रिश्तेदार या दोस्तों को अपने पर्यटन का साथी बना सकते हैं हालांकि आजकल सोलो टूरिज्म का भी क्रेज है। तो अकेले भी घूमना चाहे तो बस बैग उठाएं और निकल पड़े।

👉🏻 पर्यटन में जरूरी नहीं कि आपको हमेशा बहुत ज्यादा कंफर्ट मिलेगा। कभी फ्लाइट कैंसिल हो ना, तो कभी ट्रेन लेट होना और कभी जाम में फंसना तो कहीं भीड़ से मुकाबला जैसी चीजें आपको धैर्य और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करने में मदद करेंगी।

👉🏻 टूरिज्म से दोस्ती करने के बाद आप एक अलग आनंद को महसूस करेंगे। जहां आपका स्ट्रेस लेवल कम हो जाएगा। आप खुद को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। इसके साथ ही इतिहास, पुराण और प्रकृति से संवाद भी कर पाएंगे।

👉🏻 तो कुछ दिन में सभी बच्चों की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी, आप पर से मार्च एंडिंग का लोड भी कम हो जाएगा। तो यह समय बहुत बढ़िया है। टूरिज्म को अपना दोस्त बनाइए, छुट्टियों का प्लान बनाइए और जिंदगी को सफर को सुहाना बनाने के लिए निकल जाइए।

टिप्पणियाँ

  1. इस दुनिया में कितने गम हैं मेरा गम कितना कम है। पर्यटन ,घूमने से लोगों के सुख, दुख के भांति भांति अनुभव होंगे। जो हमें जीने के तरीके सिखायेंगे।

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  2. माइंड को रिलैक्स करने के लिए यात्रा जरूरी है।

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  3. बहुत सुंदर, सुमित जी.
    वास्तव में जो अधिक यात्रा करते हैं, उनके अनुभव, आत्मविश्वास व सफलता में अन्य की तुलना में अत्यधिक विकास होता है।

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